वाह री दुनिया!
वाह री दुनिया!
वाह री दुनिया! |
वाह री दुनिया! तू क्या चीज है
तेरी हर रीत बड़ी अजीब है
कल तक जब...
मुझे कोई राह नहीं दिखती थी
तो तूने अपनी आँखें बंद कर ली
और आज जब...
मैने ठोकरें खाकर उसे ढूंढ ही लिया है
तो तुझे मेरी राह गलत नज़र आने लगी
वाह री दुनिया!
कल तक जब...
मैं रो दिया करती थी तो तुझे
मेरे आँसुओं पर हँसी आती थी
और आज जब...
मैं हँसना सीख चुकी हूँ
तो मुझे रुलाने भी आ गई
वाह री दुनिया!
कल तक जब...
मैं कमजोर पड़ जाती थी
तो मुझे मजबूत बनने का उपदेश देती थी
और आज जब...
मैं मजबूत बन ही चुकी हूँ
तो मुझे कमजोर बनाने की कोशिश करने लगी
वाह री दुनिया!
कल तक जब...
मैं पीछे रह जाती थी
तो आगे बढ़ने की सलाह देती थी
और आज जब...
मैं आगे बढ़ ही चुकी हूँ
तो मुझे पीछे धकेलने लगी
वाह री दुनिया!
कल तक जब...
मैं दुविधा में होती थी तो मुझे
खुद फैसले लेने की सलाह देती थी
और आज जब...
मैं अपना फैसला ले चुकी हूँ
तो तुझे मेरा फैसला गलत नज़र आने लगा
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