ये बारिशें
ये बारिशें
ये बारिशें |
ये बारिशें, अनकही ख़्वाहिशें
हलचल मचाती हैं मेरे मन में
बादलों के पानी की
अनछुई फुहारें हैं
रूखी जिंदगानी की
शरबती बहारें हैं
देखो तुम भी जरा, प्यारे ये नज़ारे हैं...
ये आहटें,मौसम की करवटें
हलचल मचाती हैं मन में...
❤❤❤
एक बूंद ही काफी है ,धरती को नहलाने को
उम्मीद जगाने को ,नदियों के बह जाने को
कुछ तो ऐसी बात है,लगती जो खास है
इस मिट्टी की खुशबू से बुझ जाती हर प्यास है
देखो तुम भी जरा क्या हसीं एहसास है...
ये चाहतें, मिल गई राहतें
हलचल मचाती हैं मन में
❤❤❤
एक नई धुन आ गई,खुशियों के तरानों में
भीगना है अब मुझे, बारिशों,तूफानों में
सपनों की दुनिया में, अब मुझे उड़ जाना है
बादलों के आँचल में, तारों को छिप जाना है
गाओ तुम भी जरा, खूबसूरत ये गाना है...
ये रास्ते, मिल गई मंजिलें
हलचल मचाती हैं मन में
ये बारिशें...
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