चलने दो जैसे भी...
चलने दो जैसे भी...
चलने दो जैसे भी... |
चलने दो जैसे भी हो
चले जिंदगी जब तक
शुक्र इस बात का मनाओ
कि अभी ये चल रही है...
बढने दो जैसे भी हो
बढे कदम जब तक
शुक्र इस बात का मनाओ
कि अभी ये बढ़ रहे हैं...
बहने दो जैसे भी हो
बहें आँसू जब तक
शुक्र इस बात का मनाओ
कि अभी ये बह रहे हैं...
आने दो जैसे भी हो
आएं मुश्किलें जब तक
शुक्र इस बात का मनाओ
कि अभी ये आ रही हैं...
होने दो सब कुछ
हो रहा है जब तक
क्योंकि ये गति जो थम गई एक बार तो
Comments