अर्चना
अर्चना
अर्चना |
अर्चना एक अनुभूति है
एक भाव की जागृति है
एक उत्कृष्ट भाव~
जो परम सत्य के समीप है
जो परम सत्य के समीप है
कि अनेक रूपों वाली
वो शक्ति एक है
हृदय से की जाने वाली
भक्ति एक है
जल, वायु,धरा,गगन
वो प्रकृति एक है
रीति-नीति, भाषा, सभ्यता
वो संस्कृति एक है
जिसे सब अनुभव करते हैं
वो संवेदना एक है
पशु-पक्षी और मानव की
वेदना एक है
मंदिर-मस्जिद, चर्च-गुरुद्वारा
मैं, तुम और वो एक हैं
हम सब उसी एक के
बस रूप अनेक हैं...
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